मध्यप्रदेश में प्राचीन काल की जानीमानी हस्तियां

प्राचीन काल की जानीमानी हस्तियां

तानसेन: भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक प्रतिपादक थे। वे ग्वालियर से थे, तथा राजा अकबर के दरबार के नवरत्नों में शामिल थे।

राजा छत्रसाल: राजा छत्रसाल ने आधी सदी से अधिक समय तक निरंतर संघर्ष किया और अंत में मुगल सत्ता से बुंदेलखंड को मुक्त किया।

रानी अहिल्या बाई: महेश्वर की महारानी, एक समाज सुधारक और विख्यात प्रशासक, जो सुंदर घाटों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है।

रानी दुर्गावती: मंडला की चंदेल राजकुमारी, जिनका विवाह गोंडवाना के राजा दलपत शाह के साथ हुआ। बुद्धि और दूरदर्शिता के साथ 16 सालों तक गोंडवाना पर शासन किया। सुंदरता, साहस और बहादुरी के लिए उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

रानी लक्ष्मी बाई: 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान झांसी की रानी ने अंग्रेजों के खिलाफ ग्वालियर में महत्वपूर्ण और अंतिम लड़ाई लड़ी थी। ग्वालियर के किले पर लड़ते हुए उनकी मृत्यु हो गई।

चन्द्र शेखर आजाद: झाबुआ में जन्मे चन्द्र शेखर आजाद, ब्रिटिश सरकार के खिलाफ क्रांतिकारी गतिविधियों का एक प्रतीक थे तथा 1926 और 1931 के बीच हुई हर क्रांतिकारी गतिविधियों में सक्रिय रूप में शामिल थे।

तांत्या भील: 1857 की महान क्रांति के बाद, पश्चिम निमर के तांत्या भील, ब्रिटिश राज से आजादी के लिए लड़ाई का प्रतीक बने।

पंडित रवि शंकर शुक्ला: अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री।

शंकर दयाल शर्मा: भारत के नौवें राष्ट्रपति, एक विद्वान और शिक्षाशास्त्री।

विजया राजे सिंधिया: ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की महारानी, जानीमानी राजनीतिक नेता और सामाजिक कार्यकर्ता।

कुशाभाऊ ठाकरे: सिद्धांतों पर चलनेवाले एक उत्साही सामाजिक सुधारवादी और मध्यप्रदेश के राजनीतिक नेताओं के बीच एक राजनीतिज्ञ हस्ती।

उस्ताद अलाउद्दीन खान: शास्त्रीय संगीत के कलाकार और हर समय के बेहतरीन कलाकार के रूप में प्रतिष्ठित । मैहर में बसे एक सरोद वादक और महान गुरु।

कृष्ण राव पंडित: गायक, ग्वालियर घराने की गायकी के प्रतिनिधि।

उस्ताद अमीर खान: इंदौर की प्रख्यात खयाल गायकी के गायक।

भवानी प्रसाद मिश्र: राष्ट्रीय कवि और होशंगाबाद के गांधीवादी दार्शनिक।

डी. जे. जोशी: इंदौर के महान आधुनिक चित्रकार।

बाल कृष्ण शर्मा ‘नवीन’: शाजापुर के स्वतंत्रता सेनानी, अनुभवी संपादक और कवि।

डॉ. शिव मंगल सिंह सुमन: उज्जैन के प्रख्यात शिक्षाविद्, प्रगतिशील कवि।

डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर: उज्जैन के प्रसिद्ध पुरातत्वविद्, कला गुरू।

पंडित माखनलाल चतुर्वेदी: खंडवा के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक, राष्ट्रीय कवि।

कुमार गंधर्व: देवास के खयाल गायकी के प्रख्यात गायक, शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में नवाचारों के लिए जाने जाते है।

अब्दुल लतीफ खान: भोपाल के सारंगी वादक।

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