कोरोना संकट का नई भर्तियों पर नहीं पड़ेगा असर, पिछले साल भी कंपनी ने इतनी भर्तियां की थीं
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस): भारत में 40 हजार नई भतियां करेगी
कोरोना संकट के बीच रोजगार के मोर्चे पर युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कहा है कि वह इस साल भी भारत में 40 हजार नई भतियां करेगी। पिछले साल भी कंपनी ने इतनी भी भर्तियां की थीं। सबसे बड़ी बात कि कंपनी यह भर्तियां सीधे संस्थानों (कैंपस) से करेगी।
मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भर्तियों की यह संख्या 35 हजार से 45 हजार हो सकती है। कंपनी को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कारोबार पटरी पर लौटेगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण जून तिमाही में टीसीएस के राजस्व में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, इसके बावजूद कंपनी ने इस बार भी कैंपस से पिछले साल के बराबर भर्तियां करने की योजना बनाई है।
टीसीएस ने इसके अलावा अमेरिका में भी इस साल कैंपस से करीब दो हजार भर्तियां करने का फैसला किया है। यह संख्या पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले करीब दोगुना है। इसका मकसद एच-वन बी और एल-वन वर्क वीजा पर निर्भरता कम करना है जिन्हें हासिल करना मुश्किल होता जा रहा है। कंपनी अमेरिका में इंजीनियरों के अलावा बिजनस स्कूलों से भी स्नातक की भर्तियां कर रही है। टीसीएस ने वर्ष 2014 से अब तक 20 हजार से अधिक अमेरीकियों को भर्तियां कर चुकी है।
विप्रो की छंटनी करने की कोई योजना नहीं
विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने सोमवार को कहा कि कोरोना संकट के चलते कंपनी की किसी कर्मचारी को नौकरी से निकालने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। कंपनी की 74वीं वार्षिक आम सभा सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से की गई। इस दौरान कंपनी के एक शेयरधारक के सवाल का जवाब देते हुए प्रेमजी ने कहा कि हम कई परिचालन एवं अन्य तरीकों से अपनी लागत घटाने की कोशिश कर रहे हैं।
हमने किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला है और न ही हमारी फिलहाल ऐसी कोई योजना है। रिशद प्रेमजी के पिछले साल जुलाई में विप्रो के चेयरमैन का पदभार ग्रहण करने के बाद यह कंपनी की पहली वार्षिक आमसभा थी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कंपनी के लिए कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य बिना किसी शक-शुबह के सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी।